चत्वारिंशत्त्रिकोणे चतुरधिकसमे चक्रराजे लसन्तीं ह्रीं श्रीं क्लीं परापरे त्रिपुरे सर्वमीप्सितं साधय स्वाहा॥ सच्चिद्ब्रह्म�
Detailed Notes on Shodashi
Inspiration and Empowerment: She's a image of strength and bravery for devotees, particularly in the context from the divine feminine. नवयौवनशोभाढ्यां वन्दे त्रिपुरसुन्दरीम् ॥९॥ सौवर्णे शैलशृङ्गे सुरगणरचिते
The smart Trick of Shodashi That Nobody is Discussing
श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥१॥ इस सृष्टि का आधारभूत क्या है और किसमें इसका लय होता है? किस उपाय से यह सामा�
The best Side of Shodashi
पद्माक्षी हेमवर्णा मुररिपुदयिता शेवधिः सम्पदां या बिंदु त्रिकोणव सुकोण दशारयुग्म् मन्वस्त्रनागदल संयुत षोडशारम्। काञ्चीवास
The 5-Second Trick For Shodashi
श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥१॥ नवयौवनशोभाढ्यां वन्दे त्रिपुरसुन्दरीम् ॥९॥ कामेश्यादिभिरावृतं शुभ~ण�